सफर में थकान बहुत बा,
हर कोई परेशान बहुत बा.
का करब अब नया याराना,
दोस्त हमार पुरान बहुत बा.
सोना से माटी के बदली,
एह में त नुकसान बहुत बा.
साच बोलीं फटकार मिली,
झूठ कहीं, इनाम बहुत बा.
चांद तारा मुट्ठी में आ गइल,
शहर हमार हैरान बहुत बा.
‘भावुक’ अइसे हार न मानब,
जितब ई विश्वास बहुत बा.