मोहब्बत में लोग मर जाला.
एहि से तs सभ डर जाला.
ज़ख्म अइसन की का कहीं,
केहू देखले बा की भर जाला?
कर के वादा जियला मुवला के,
का हो!लोग साँचों बदल जाला.
खा के किरिया मंदिर के साम्हने,
अइसे कइसे केहू मुकर जाला.
दिल मे उतर के एतना जल्दी,
कइसे नज़र से केहू उतर जाला.
गुज़रला के बाद रात कोरा में,
अब कहाँ अपना केहू घर जाला.
निर्णय पर रहीं अडिग प्रेम में,
‘भावुक’ हो ! जिनगी सवर जाला.