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रउवा गईला के दुख नाही क़बो ओराई – नूरैन अंसारी

ना लिखले लिखाई
ना कहले कहाई.

रउवा गईला के दुख
नाही क़बो ओराई.

शारदा जी याद राउर
युग युग तक आई

जले रही दुनिया ई,
लोग गीत राउर गाई

के माई भोजपुरी के
अब बिटिया कहाई.

रउवा कमी के कबो,
ना हो पाई भरपाई.

बुला लेहनी रउआ के
अपना लगे छठी माई,

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