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हमसे मोहब्बत नइखे – मुकेश भावुक

बात बस एतने बा, त काहें?
हमसे मोहब्बत नईखे, हमके बा, त काहें?

दिल पर दीहल सगरो घाव तोहरे ह,
फिर भी तोहार जरूरत बा, त काहें?
बात बस एतने बा, त काहें?
हमसे मोहब्बत नईखे, हमके बा, त काहें?

तू जहां बाड़ , ओहिजा खुश बाड़,
फिर भी तोहार फिकिर बा, त काहें?
बात बस एतने बा, त काहें?
हमसे मोहब्बत नईखे, हमके बा, त काहें?

बाद तोहरा न विश्वास केहू पर बा,
‘भावुक’ मन मे जिकिर हो जाला, त काहें?
बात बस एतने बा, त काहें?
हमसे मोहब्बत नईखे, हमके बा, त काहें?

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