मुकेश यादव 'भावुक'

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Asia Cup 2023 | Match 4 Bangladesh vs Afghanistan Highlights

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Asia Cup 2023 | Match 3 Pakistan vs India Highlights

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Asia Cup 2023 | Match 2 Bangladesh vs Sri Lanka Highlights

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Asia Cup 2023 | Match 1 Pakistan VS Nepal

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अब गीत लिखीं कि रीति लिखीं – चंद्रभूषण पाण्डेय

अब गीत लिखींकि रीति लिखींसभकर उगिललहम तींत लिखींअन्हरिया पअंजोरिया केछोटकी दियाके जीत लिखीं हम मरम लिखींकि करम लिखींकि सभके जातआ धरम लिखीं तिरछी नैनाजब बने कटारआपन...

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केतनो रोई बाकिर अखिया लोरात नइखे – नूरैन अन्सारी

जीवन में दुःख के बावजूद आंसू नहीं बहते, महंगाई से आदमी बेहाल है पर जिंदगी का बोझ उतरता नहीं| बाढ़ और सूखे से किसान प्रभावित होते हैं, अब खुशी से खेती नहीं होती| लोग जरूरत पर साथ नहीं देते, और आंतरिक पीड़ा छिप के सही जाती है।

करके देखीं रउओ मंथन – ओमप्रकाश पंडित ‘ओम’

इस कविता में जीवन के गहरे बंधन और मुश्किलें व्यक्त की गई हैं। आत्म-विश्लेषण करे बिना इंसान को कुछ नहीं मिलता, और अहंकार से वह अलग-थलग पड़ जाता है। आपसी भेदभाव से समाज बंटता है, पर जो भ्रम से परे हो उसे कोई नहीं हरा सकता। इंसान को मानवता से प्रेम करना चाहिए।
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