न्यूयार्क के रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग के रिपोर्ट अइला के बाद अडानी ग्रुप के जोरदार झटका लागल बा. कंपनी के शेयर के दाम लगातार कम हो रहल बा. दुनिया के शीर्ष 3 अमीर के लिस्ट मे शामिल गौतम अडानी रिपोर्ट अइला के टॉप 20 लिस्ट से भी बाहर हो गइल बाड़ें. त आखिर अइसन का भइल की अडानी के पूरा नीव हिल गइल बा.
पहिले त ई जानल जरूरी बा की अइसन का भइल की अडानी के पूरा कारोबार ही हिल गइल बा. त बता दिहल जाव कि एगो अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के कारण ही अइसन भइल बा. कंपनी के मालिक के नाम ह नाथन एंडरसन और कंपनी के मुख्यालय अमेरिका मे बा.
हिंडनबर्ग कंपनी के काम शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट आ डेरिवेटिव्स पर रिसर्च कईल ह. हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी ई जांच करेले कि शेयर बाज़ार मे कहीं गलत तरीके से पैसा के हेर फेर त नईखे होत आ बड़ी बड़ी कंपनी के द्वारा अपना फायदा के खातिर अकाउंट के मिसमैनेजमेंट त नईखे होत. कवनो कंपनी शेयर बाज़ार मे अपना फायदे के खातिर गलत तरीके से दूसरा कंपनी के शेयर पर बेट लगाके नुकसान त नईखे पहुंचा रहल.
हिंडनबर्ग के रिपोर्ट अइला के बाद अडानी ग्रुप के मुश्किल शुरू भइल. रिपोर्ट मे आरोप लगावल गइल बा कि धोखाधड़ी वाला लेनदेन आ शेयर के कीमत मे हेराफेरी करके अडानी ग्रुप कारपोरेट इतिहास के सबसे बड़ फ्रॉड कईले बा. एही रिपोर्ट के अइला के बाद अडानी ग्रुप के शेयर मे लगातार कमी हो रहल बा. हालत ई हो गइल की 20 हजार करोड़ रुपया के एफपीओ भी रद्द करे के पड़ल.
अडानी के लेके दुनिया भर के बाज़ार मे मे शोर मचल बा ओहिजा भारत मे विपक्ष लगातार हमलावर हो रहल बा. आ विपक्ष के आरोप बा कि सरकार नियमन के दुरुपयोग करके अडानी के फायदा पहुंचवले बिया जेकरा चलते आम जनमानस के मुश्किल बढ़ सकेला.
विपक्ष आ देश दुनिया के सवाल के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सामने अइली आ बयान दिहली की अडानी ग्रुप के मौजूदा हालात से सरकार पर कवनों असर ना पड़ी आ एफपीओ आइल गइल बाज़ार के हिस्सा ह,हर बाज़ार मे उतार चढ़ाव भइल समान्य बात बा.
अडानी – रिपोर्ट के बाद अब तक
- पिछला 10 दिन मे अडानी ग्रुप के लगभग 10 लाख करोड़ रूपिया के नुकसान के अनुमान लगवाल गइल बा।
- ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स मे अडानी दुनिया के 20 शीर्ष अमीरन के लिस्ट से बाहर भइलें.
- अडानी के नेटवर्थ गिर के 61.3 बिलियन डॉलर पहुंचल. सिर्फ 24 घंटा मे ही 10.7 अरब डॉलर के नुकसान भइल.
- पिछला 10 दिन मे अडानी के शेयर मे आधे से ज्यादा (60%) के गिरावट दर्ज भइल.
- अमेरिका के डाउ जोंस अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर के सस्टेनिबिलिटी इंडेक्स से बाहर कईला के एलान.
- जबकि भारत मे एनएसई द्वारा अडानी के तीन कंपनी के एडिशनल सर्विलान्स मार्जिन मे डाले के फैसला भइल.
हिंडनबर्ग के रिपोर्ट अइला के बाद अडानी ग्रुप से लगातार सवाल जवाब हो रहल बा. एलआईसी, सेबी द्वारा अडानी ग्रुप से रिपोर्ट मांगल जा चुकल बा.
लेकिन सबसे बढ़ सवाल ई बा की अडानी ग्रुप के एह हालत से आमजनमानस पर का असर पड़ी. आशंका जतावल जा रहल बा कि बैंक मे रखल पईसा डूब न जाए. काहे से कि पिछला 10 दिन मे 10 लाख करोड़ रुपया के नुकसान अडानी ग्रुप के भइल बा. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल लोगन के भरोसा दिहलें कि अडानी संकट से जनता के पईसा पर कवनों असर ना पड़ी.
अब इहाँ ई समझल जरूरी बा कि लोगन के आशंका के आधार का बा ? त आप लोगन के बता दिहल जाव कि भारतीय जीवन बीमा निगम यानि एलआईसी द्वारा अडानी समूह के पाँच गो कंपनी मे लगभग 36,474 करोड़ के निवेश कइल गइल बा. सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानि एसबीआई अडानी समूह के 21 हजार करोड़ के लोन दे चुकल बा जबकि पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 7000 करोड़ रुपया के लोन भी दिहल गइल बा.
भारतीय बैंक आ एलआईसी के द्वारा 80 हजार करोड़ रुपया अडानी समूह से कर्ज या निवेश के रूप मे जुडल बा. लेकिन अगर बात एक्सपर्ट के मानल जाव त अडानी संकट से फिलहाल आम जनता के बैंक मे रखल पईसा पर कवनों खतरा नईखे.